गोरखपुर निवासी MBBS छात्र की मौत।
हॉस्टल की छत से गिरकर MBBS छात्र की मौत:
शाहजहांपुर में तीसरे फ्लोर से गिरा, सेकंड ईयर का छात्र था कुशाग्र
शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के तीसरे फ्लोर से गिरकर एक छात्र की मौत हो गई। छात्रों ने देखते ही कॉलेज प्रबंधन को सूचना दी। मौत की सूचना पर प्रबंधन में हड़कंप मच गया। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है।
छात्र की पहचान गोरखपुर के राप्ती नगर मुहल्ला निवासी अधिवक्ता अजय प्रताप के बेटे कुशाग्र प्रताप सिंह के रूप में हुई है। कुशाग्र एमबीबीएस सेकंड ईयर का छात्र था। मामला तिलहर कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज का है। सूचना पर पहुंचे परिजन ने कॉलेज पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
बता दें कि कुशाग्र घर का इकलौता बेटा था। दो महीने पहले ही घर से हॉस्टल आया था। पिता अजय प्रताप सिंह गोरखपुर में वकील हैं। उसकी मौत की खबर से सभी शाहजहांपुर पहुंच गए। मां को बताया कि कुशाग्र अभी अस्पताल में भर्ती है। उसका इलाज किया जा रहा है।
सुबह पुलिस ने फोन किया और बताया कि कुछ घटना हुई है, जल्दी से शाहजहांपुर आ जाइए। उसके बाद कालेज प्रशासन की तरफ से फोन आया कि कुशाग्र की मौत हो गई है।
कालेज पहुंचने पर कालेज प्रबंधन का कोई व्यक्ति हम लोगों से नहीं मिला। पुलिस वहां मौजूद थी। कुशाग्र का शव हॉस्टल की लॉबी में रखा था। उसके रूम के अंदर सामान बिखरा था। बच्चों से बात करने की कोशिश की तो किसी से कोई सही जानकारी नहीं मिली।
ऐसा लग रहा था कि सबको धमकाया गया ह। जिससे भी पूछा एक ही जवाब मिलता कि रात 11 बजे सो गये थे और सुबह नौ बजे उठे थे। जब गार्ड से बात की तो सभी गार्ड चेंज हो चुके थे। दूसरी शिफ्ट वाले गार्ड आ चुके थे।
वार्डन की मौजूदगी नहीं थी। सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। ऐसी परिस्थितियों में कालेज की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला। कालेज प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। उसकी मौत कैसे हुई, पुलिस जांच कर रही है।
आगे सूरज ने बताया कि मेडिकल कालेज प्रशासन की तरफ से बहुत गड़बड़ दिख रहा है। ये कॉलेज, कॉलेज की तरह नहीं बल्कि बिजनेस सेंटर की तरह चलाया जा रहा है। इस कॉलेज के मालिक अन्य बिजनेस भी करते हैं।
उन्होंने बिजनेस के लिहाज से इस कॉलेज को भी खोल लिया है। उनको कोई लेना-देना नही कि यहां क्या स्थिति है। सब पैसे के दम पर काम कर रहे हैं। यहां के सांसद और विधायक से उम्मीद है वो आंख खोल कर देख लें। यहां क्या चल रहा है।
क्योंकि ऐसा किसी दूसरे परिवार के बच्चे के साथ न हो। कॉलेज प्रशासन के पास इतनी संवेदना नहीं है। पोस्टमॉर्टम हाउस पर उनका कोई भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं आया। भाई ने कालेज प्रशासन पर कार्रवाई की मांग की है।
सूरज ने बताया कि इससे पहले एक छात्रा इसी तरह से गिरी थी। हो सकता है कि यहां पर इसी तरह से घटनाएं होती हैं और वहां पर प्रशासन दूसरे तरीके से दिखाने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि कालेज के अंदर वहां का प्रशासन घुसने नहीं दे रहा है।
जहां पर ये घटना हुई है। वहां पर साढ़े पांच फीट की दीवारें और ग्रिल लगी हैं। वहां से गिरने का तो सवाल ही नही होता। वहां से सिर्फ गिराया या धक्का मारा जा सकता है। हमे सरकार के ऊपर पूरा भरोसा है। हमे सिर्फ इंसाफ चाहिए
SP राजेश एस ने बताया कि कुशाग्र हॉस्टल के इसी रूम में रहता था। पुलिस ने रूम की जांच की। तीसरे फ्लोर से गिरने से कुशाग्र की मौत हुई है। जहां से कुशाग्र गिरा है वहां कोई नहीं रहता।
छात्र ऊपर से गिरा है या गिराया गया है यह जांच का विषय है। आस-पास के सीसीटीवी कैमरे को चेक किया जा रहा है। यहां रहने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। मृतक के परिवार को लोगों को सूचना दे दी गई है।