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एड्स पीड़ितों से नहीं करें भेदभाव:- डाक्टर शकिलुर रहमान।

 

रिपोर्ट:- राजीव रंजन कुमार शर्मा।

 

सिवान-: हमेशा समाज को एक नई और अच्छी दिशा दिखाने वाले सामाजिक और स्वास्थ्य कार्यकर्ता डाक्टर श्री शकिलुर रहमान ने एड्स दिवस के अवसर पर कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता होने के नाते अस्पतालों में एड्स से पीड़ित मरीजों को नजदीक से देखा है तथा सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते समाज में लोगों की क्या सोच है एड्स के प्रति इसे भी देखा है।श्री रहमान ने कहा कि एड्स रोग तो जानेवा रोग है ही परंतु समाज में अभी भी इसके प्रति लोगों में जागरूकता की कमी देखी जाती है lइसलिए अभी भी जरूरत है कि अपने समाज को इसके प्रति जागरूक किया जाए जिसके लिए श्री रहमान स्वयं सामाजिक स्तर पर इस कार्य को कर भी रहे हैं।वह गांव- गांव जाकर लोगों को एड्स के प्रति जागरूक कर रहे हैं तथा इससे बचने के उपाय को भी बताते हैं और सामाजिक दृष्टिकोण से लोग अपनी सोच को कैसे बदले इसके बारे में भी वह लोगों को जागरूक करते हैं।
उन्होंने हमारे संवाददाता से बात करते हुए बताया कि उनका लक्ष्य है कि समाज में एड्स पीड़ित व्यक्तियों के साथ लोग जो भेदभाव की भावना रखते हैं उसे समाज से निकाल फेंकना है। उन्होंने कहा कि एड्स से पीड़ित व्यक्ति को भी समाज में रहने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि समाज में अगर इस किस प्रकार का रोगी होता है तो लोग उसके सही इलाज और सही दिशा दिखाने के बजाय उसे कलंकित करने लगते हैं और उसे ताने देने लगते हैं और परिवार और समाज उसका साथ छोड़ देता है।
उन्होंने लोगों से विनम्र पूर्वक आग्रह किया कि एड्स रोगियों को भी खुशहाल जिंदगी जीने में मदद करें। उन्होंने कहा कि जिंदगी और मौत देना तो कुदरत के हाथ में है परंतु लोगों की जिंदगी में खुशहाली का हिस्सा हम सब भी बन सकते हैं इसलिए एड्स पीड़ित रोगी को भी सही दिशा और सही इलाज देने की जरूरत होती है। जिससे वह अपनी जिंदगी को खुशहाल बना सकता है और अपनी जिंदगी को लंबा जी सकता है।श्री रहमान ने बताया कि समाज में अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें जानकारी के अभाव में यह नहीं मालूम है कि एड्स रोग साथ बैठकर खाना खाने से, एड्स पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाने से,गले मिलने से या उसके साथ बैठने से नहीं होता है।
अंत में श्री रहमान ने हमारे संवाददाता से बात करते हुए बताया कि इस रोग का सबसे बड़ा इलाज जागरूकता है। अगर व्यक्ति जागरूक रहेगा तो एड्स रोग से बस सकता है और अगर एड्स रोग हो जाता है तो सही समय पर अस्पताल पहुंचकर इलाज करवाएं तो उसकी जिंदगी लंबी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि एड्स रोग के इलाज हेतु तथा जांच हेतु हिंदुस्तान के हर जिले में ए. आर. टी.सेंटर उपलब्ध है जहां एड्स रोगी अपना इलाज करा सकता है।


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