अमर शहीद सरदार अली खान की मजार की दुर्दशा एवं सफाई व्यवस्था को लेकर हिन्दू मुस्लिम एकता कमेटी ने नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन।
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
गणतंत्र दिवस करीब है, जंग-ए-आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों को शिद्दत से याद किया जाएगा। इन सबके बीच कोतवाली परिसर स्थित 1857 की क्रांति के अमर शहीद सरदार अली खान की मजार आज भी उपेक्षित है।
क्रांतिकारी शहीद सरदार अली खान के फांसी स्थल की बाउंड्री टूटी हुई है। गंदे जानवर आ जा रहे हैं। शौचालय की टंकी से मलमूत्र बह रहा है।
इन्हीं सब मुद्दों को लेकर शनिवार को हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी ने अध्यक्ष शाकिर अली सलमानी के नेतृत्व में नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। जिसके जरिए मांग की गई की तत्काल प्रभाव से कोतवाली परिसर जहां क्रांतिकारी का शहीद स्थल है उसकी बाउंड्री कराई जाए। शौचालय की टंकी पाट दी जाए। ताकी शहीद के अकीदतमंदों को सलामी व आने जाने में कोई तकलीफ न हो। नगर आयुक्त ने समस्या समाधान का आश्वासन देते हुए उचित कार्रवाई की बात कही। इससे पहले जिलाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा गया था।
कमेटी के संरक्षक स्वामी डॉ. विनय पांडे (स्वामी विवेकानंद सेवा मिशन प्रभारी) ने कहा कि जिले में विकास का कार्य तेजी से हो रहा है लेकिन भारत के लिए कुर्बानी देने वाले 1857 की क्रांति के दौरान सब कुछ न्यौछावर करने वाले क्रांतिकारी सरदार अली खान की मजार आज भी सम्मान की गुहार लगा रही है। सरदार अली खान के सारे खानदान ने भारत पर सब कुछ कुर्बान कर दिया। आने वाले 26 जनवरी के मौके पर शहीद स्थल पर झंडारोहण होना है। पूर्व की भांति दीवार टूटी हुई है। शौचालय की टंकी से बदबू आ रही है। जिसे जनहित व राष्ट्र हित में सही करवाया जाए।
एडवोकेट योगेंद्र कुमार गौड़ ने कहा कि पुरखों से सुनते आ रहे हैं कि क्रांतिकारी शहीद सरदार अली खान का यह समाधि स्थल है। बचपन से हम लोग यहां सलाम करके ही गुजरते हैं। मगर आज आज भी मजार उपेक्षित है। नगर निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए। जिला प्रशासन को क्रांतिकारी के सम्मान में पहल करनी चाहिए।
इस दौरान कुलदीप पांडे, डॉ. शकील अहमद, आदिल अमीन, सोहराब खान, अजमेर खान आदि मौजूद रहे।