गोपालगंज में भीषण नाव हादसा: एक की मौत, कई डूबे
–— बीच मजधार में पलट गई नैय्या
—- यादोपुर के मेहंदिया में हुई घटना
—- प्रशासन चला रहा रेस्क्यू अभियान
चन्द्रहाश कुमार शर्मा, संपादक
न्यूज़ सबकी पसन्द, बिहार
गोपालगंज। जिले के लिए शनिवार का दिन काल बनकर अस्त हुआ। यहां हुए भीषण नाव हादसे ने जिले भर को झंकझोर दिया। नाव के पलटने से गंडक नदी में करीब आधा दर्जन लोग लापता हो गए हैं, जबकि एक महिला का शव ग्रामीणों ने बाहर निकाला लिया है। घटना जिले के यादोपुर थाना क्षेत्र के मेहंदिया गांव के समीप की है। बताया जाता है कि छोटी सी नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे. सभी लोग नदी की दूसरी तरफ खेती बारी का काम और खर काटने के लिए जा रहे थे।
ज्यादा दबाव की वजह से नाव बीच नदी में पलट गई जिसमें आधा दर्जन लोग लापता हो गए हैं। एक महिला का शव नदी से बाहर निकाला गया है जिसका नाम उषा देवी है. वो यादोपुर के कोटवा निवासी विक्रमा सिंह की पत्नी थी। मृतका के बेटे सोनू कुमार ने बताया कि नाव पर दो दर्जन से ज्यादा लोग सवार थे। क्षमता से ज्यादा सवारी होने की वजह से नाव बीच मझदार में पलट गयी है। जिसमे कई लोगो ने तैर कर जान बचा ली है लेकिन आधा दर्जन लोग लापता हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन की जिला प्रशासन ने की तुरंत शुरुआत
नाव हादसे के बाद जिला प्रशासन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बताया जाता है लापता लोगो में चार लोग कोटवा गांव के ही रहने वाले थे। किसी अनहोनी की आशंका से ग्रामीणों में चीखपुकार मच गई है। जहां हादसा हुआ है वहो नदी का बीच मझदार है जिसकी वजह से प्रशासन को रेस्क्यू करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे अधिकारियों को बताया कि अभी भी एक दर्जन लोग लापता हैं जिसमें अधिकतर बच्चे और लड़किया और महिलाएं शामिल हैं। पूरा जिला प्रशासन इस विपत्ति में जिले वासियों के साथ खड़ा दिख रहा है। बतादें, कि शनिवार की संध्या राष्ट्रीय कवियों की फनकार व शेरो-शायरी से शहर की महफ़िल सजने वाली थी। इस दौरान इस दुःखद स्थिति को देखते हुए प्रख्यात कवि व शायर राहत इंदौरी सहित अन्य कवियों ने बैरंग अपने गृह नगर को निकल लिया। सारी-सारी महफ़िल फीकी पड़ गई।