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*खजनी तहसील में एडीएम की छापेमारी, प्राइवेट कर्मचारियों में हड़कंप*

न्यूज सबकी पसंद गोरखपुर से ब्यूरो चीफ प्रदीप कुमार मौर्या की रिपोर्ट

गोरखपुर।खजनी तहसील में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब जिला प्रशासन ने प्राइवेट कर्मचारियों की जांच के लिए औचक छापेमारी की। लंबे समय से तहसील में प्राइवेट मुंशियों के महत्वपूर्ण पदों पर कब्जा जमाने और अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों को मीडिया में प्रमुखता से उठाए जाने के बाद मामला गंभीर हो गया।
जिलाधिकारी कृष्ण कुमार करुणेश ने इसे गंभीरता से लिया और अपर जिलाधिकारी (वित्त) विनीत कुमार सिंह को जांच के लिए भेजा। बुधवार शाम करीब 4 बजे एडीएम ने खजनी तहसील में छापा मारा, जिससे वहां हड़कंप मच गया।हालांकि, छापेमारी के दौरान कोई प्राइवेट मुंशी मौके पर नहीं मिला।
सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों के आने की खबर पहले ही प्राइवेट कर्मचारियों को लग चुकी थी, जिसके चलते वे मौके से फरार हो गए। खजनी तहसील सहित जिले की कई अन्य तहसीलों में प्राइवेट मुंशियों का दबदबा रहा है, जहां महत्वपूर्ण कार्यों का जिम्मा इन्हीं के पास था। इस अनियमितता का मुद्दा जब मीडिया और सोशल मीडिया पर उछला, तो यह उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया। जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई ने प्राइवेट कर्मचारियों में खलबली मचा दी।जिला प्रशासन की इस सक्रियता से तहसील में पारदर्शिता और नियमों के पालन की उम्मीद जगी है।
हालांकि, इस बार प्राइवेट कर्मचारी बच निकले, लेकिन भविष्य में ऐसी कार्रवाइयां अनियमितताओं पर अंकुश लगा सकती हैं।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी खजनी राजेश प्रताप सिंह ने बताया जांच हुआ है मौके पर कोई प्राइवेट मुंसी नही मिला है।


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