*गोरखपुर में मनरेगा मजदुरी बकाए से हाहाकार, होली का रंग फीका पड़ता नजर आ रहा*
गोरखपुर में एक दो नहीं बल्कि बीते पांच माह से मनरेगा कर्मियों को मानदेय नहीं मिला है। वहीं तीन माह से मनरेगा मजदूर भी मजदूरी पाने के लिए परेशान हैं। ऐसे में होली का रंग फीका पड़ता नजर आ रहा है।
ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत कराये जाने वाले विकास कार्यों को सम्पन्न कराने के लिए गोरखपुर जिले में एपीओ (अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी) की संख्या 13 है। तो वहीं करीब सात सौ के आसपास रोजगार सेवक है। इसके साथ ही एकाउंटेंट, कम्प्यूटर ऑपरेटर तथा टीए (तकनीकी सहायक) तैयात किये गए हैं। मनरेगा कर्मियों को बीते पांच हो गए मगर मानदेय नहीं मिला। ऐसे में सभी कर्मिचारी परेशान नजर आ रहे हैं।